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कोरबा के पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा ने उत्कृष्टकार्यों के लिए किया बालको सिक्योरिटी टीम को सम्मानित

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बालको नगर, 12 दिसंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) की सिक्योरिटी टीम को उत्कृष्ट कार्यों के लिए कोरबा के पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा ने सम्मानित किया। बालको नगर थाना परिसर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित सम्मान समारोह में बालको टीम को प्रशस्तिपत्र और स्मृति चिह्न भेंट किए गए। बालको के प्रशासन एवं सिक्योरिटी प्रमुख श्री अवतार सिंह की अगुवाई में बालको टीम ने सम्मान ग्रहण किया। श्री मीणा ने अपने उद्बोधन में बालको सिक्योरिटी टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बालको नगर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने में बालको की सिक्योरिटी टीम काप्रशंसनीय योग दान है।
देश की अग्रणी और छत्तीसगढ़ की एकमात्र एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी बालको ने सिक्योरिटी प्रणालियों की मजबूती की दिशा में डिजिटलाइजेशन की पहल की है। जिला प्रशासन के समन्वयन में बालको सिक्योरिटी टीम के उत्कृष्ट प्रबंधन का ही परिणाम है कि बालको नगर के नागरिक स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि बालको में कार्यरत कर्मचारियांे, उनके परिवारजनों और परिसंपत्तियों की सुरक्षा बालको प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है। बालको उन अग्रणी कंपनियों में शामिल है जिसने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए डिजिटल और स्मार्ट तकनीकों को लागू किया। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बालको नगर औ रआसपास के क्षेत्रों में बालको सुरक्षा को मजबूती देने में योगदान दे रहा है। श्री पति ने पुलिस अधिकारियों औ रकर्मचारियों को उनकी सेवा भावना और लोगों की मदद करने की प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के वर्तमान चुनौतीपूर्ण समय में महामारी की रोक थाम के लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियोंने उत्कृष्ट योगदान दिया।
सिक्योरिटी प्रबंधन की दिशा में बालको ने महत्वपूर्ण नवाचार करते हुए अत्याधुनिक सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (सी.एस.ओ.सी.) की स्थापना की है । इसका उद्देश्य बालको के प्रचालन, कार्यरत कर्मचारियों और परिसंपत्तियों की सुरक्षा को मजबूती देना है। सिक्योरिटी ऑटोमेशन के जरिए विभिन्न कार्यक्षेत्रों में बालको का संचार और सुरक्षा प्रबंधन उत्तरोत्तर प्रगति की ओर है। संचार और सुरक्षा के क्षेत्र में अपनाई गई बालको की तकनीकें मिसाल हैं। इन स्मार्ट तकनीकों ने कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों मंे कर्मचारियों तक प्रभावी संवाद स्थापित करने और उन्हें कोविड-19 संबंधी अनेक प्रोटोकॉल की जानकारी निरंतर मुहैया कराने की दिशा में अपना महत्व साबित किया है।
सी.एस.ओ.सी के जरिए घटनाओं की छानबीन के लिए आधुनिक सिक्योरिटी एनालिटिक्स, कार्यस्थल पर तैनात सिक्योरिटी संसाधनों के बीच प्रभावी तालमेल और रणनीतिक सूचनाओं के एकत्रण को प्रभावी बनाया गया है। डिजिटल इंटेलिजेंस और डाटाइनसाइट के जरिए सिक्योरिटी के अलावा यातायात सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला की सुरक्षाप्रक्रियाओं के साथ ही निर्णयन की प्रक्रिया बेहतर हुई है। संयंत्र और टाउनशिप की सुरक्षा, अनेक राहत कार्यों को संचालित करने, संयंत्र में कर्मचारियों व कामगारों की आवाजाही पर नजर रखने, दूसरे राज्यों अथवा अन्य जिलों से आने वाले कर्मचारियों की ट्रैकिंग, कर्मचारियों तक निरंतर अपडेटेड जानकारी मुहैया कराने, कि सीभी परिस्थिति में उनकी मदद करने, कोविड-19 से निपटने में जिला प्रशासन का सहयोग और उसके साथ तालमेल की दिशा में आपातकालीन नियंत्रण एवं कमान केंद्र के रूप में कामकर नेमेंसी.एस.ओ.सी. की मदद मिल रही है। मानव रहित परिधि दीवार, आंतरिक स्टेटिक सिक्योरिटी पोस्ट और सिक्योरिटी पेट्रोलिंग को सी.एस.ओ.सी. के माध्यम से नया स्वरूप दिया गया है।
महिला कर्मचारियों और बाल को टाउनशिप में रहने वाले परिवारजनों की सुरक्षा के लिए निर्भया एप विकसित किया गया है। निर्भया एप जी.पी.एस. तकनीक का इस्तेमाल करता है। इसके जरिए आपातकालीन एवं असुरक्षित परिस्थितियों में एस.एम.एस. किया जा सकता है जिससे सेंटर तक एप केउपयोगकर्ता की लोकेशन पहुंच जाती है। इसके आधार पर उन्हें तत्काल मदद पहुंचाई जा सकती है। कोयले का परिवहन करने वाले वाहनों की जी.पी.एस. ट्रैकिंग के साथ ही उन बसों की ट्रैकिंग सी.एस.ओ.सी. के जरिए संभव है जो टाउनशिप से विभिन्न स्कूलों तक बच्चों को छोड़ने और वापस लाने का काम करते हैं। प्रचालन के क्षेत्र में कृत्रि मइंटेलीजें सक्रियान्वित है जिससे भविष्य में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।

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नई दिल्ली

इरेडा ने विरासत का उत्सव मनाया: वरिष्ठ दिग्गजों ने उज्जवल भविष्य के लिए अपने विचार साझा किये।

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नई दिल्ली @ भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्‍था लिमिटेड (आईआरईडीए) ने 10 अप्रैल, 2024 को “सार्वजनिक क्षेत्र दिवस” के अवसर पर एक सभा की मेजबानी की। इस अवसर पर संगठन की विरासत का उत्सव मनाने और निरंतर सफलता की ओर आगे बढ़ने के भविष्यगत संकल्प से जुड़े एक प्रारूप को पेश करने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम में संगठन के पूर्ववर्तियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी अपने विचार साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्य प्रबंध निदेशक और निदेशकों सहित अधिकांश सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने संगठन की भविष्य में प्रगति के संदर्भ में अपने समृद्ध और मूल्यवान अनुभवों को साझा करने के लिए उत्साहपूर्ण रूप से भागीदारी की।इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित दिग्गजों ने अपने अनुभवों को साझा करने और इरेडा की आगामी यात्रा को और समृद्ध बनाने के लिए इस महत्वपूर्ण मंच पर अपने मूल्यवान विचार प्रकट किए। पूर्व मुख्य प्रबंध निदेशक और निदेशकों ने इरेडा के तीव्र विकास पथ की सराहना करते हुए व्यावसायिक सफलता को और बढ़ावा देने एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों सहित अपने कार्यबल का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रबंधन के समग्र दृष्टिकोण की भी प्रशंसा की।

आयोजन के महत्व पर अपने विचार रखते हुए, इरेडा के मुख्य प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा कि यह बैठक अत्यधिक महत्व रखती है क्योंकि यह न केवल हमारे वरिष्ठ पूर्ववर्तियों और सेवानिवृत्त सहयोगियों के योगदान का सम्मान करती है बल्कि समावेशिता और सहयोग की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठजनों का अनुभव और उनकी अंतर्दृष्टि अमूल्य संपत्ति है जो अक्षय ऊर्जा विकास के गतिशील परिदृश्य में हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी। प्रदीप कुमार दास ने कहा कि हमारी विकास गाथा केवल संख्या और उपलब्धियों के बारे में ही नहीं है, यह उन लोगों के बारे में भी है जो हमारी सफलता का आधार रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने पूर्ववर्तियों की बुद्धिमत्ता और मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं साथ ही उत्कृष्टता और सहयोग की समान भावना के साथ हम इरेडा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तत्पर हैं।इस विशेष अवसर पर मुख्य आकर्षण के तौर पर एक हास्य कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। हास्य कवि सम्मेलन का उपस्थित जनसमूह ने पूर्ण आनंद उठाया और इससे उत्सव के क्षणों को और भी उत्कृष्ट और विनोदपूर्ण बनाया गया। कवि सम्मेलन में सुश्री मनीषा शुक्ला, चिराग जैन और सुंदर कटारिया की कविताओं के माध्यम से दिए गए गहन संदेशों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित यह शानदार कार्यक्रम अपने कार्यबल के बीच समुदाय और निरंतरता की भावना को बढ़ावा देने की इरेडा की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। एक व्यक्ति मंच पर कुर्सियों पर बैठे लोगों के साथ बोल रहा है, विवरण स्वचालित रूप से उत्पन्न होता है इस कार्यक्रम में वित्त निदेशक डॉ. बिजय कुमार मोहंती, स्वतंत्र निदेशक राम निशाल निषाद, मुख्य सतर्कता अधिकारी अजय कुमार साहनी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। शाखा कार्यालयों में कार्यरत इरेडा के अन्य अधिकारियों ने भी वर्चुअल मोड में इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी की।

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एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा के मुख्य आतिथ्य में आईआईएम रायपुर के कार्यकारी पीजी प्रोग्राम के चौथे बैच का हुआ शुभारंभ

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एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा द्वारा आज आईआईएम रायपुर के प्रबंधन में कार्यकारी स्नातकोत्तर कार्यक्रम (ePGP) के चौथे बैच का उद्घाटन किया गया। उदघाटन कार्यक्रम का आयोजन आज आईआईएम रायपुर परिसर में MADAI ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एसईसीएल डॉ. प्रेम सागर मिश्रा उपस्थित रहे।

इस अवसर पर डॉ मिश्रा ने अपने सम्बोधन में कहा की हमें चुनौतियों को स्वीकार कर, उनसे सीखकर आगे बढ़ते रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि चुनौतियों का सामना करने और खुद को लगातार बेहतर करने से व्यक्ति को खुद को निखारने एवं अपने व्यक्तित्व को और मजबूत बनाने में मदद मिलती है। उन्होंने सभी को एक-दूसरे के साथ परस्पर सद्भावना एवं प्रेमपूर्ण व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित किया। वर्क-लाइफ बैलेंस के विषय को संबोधित करते हुए उन्होने इस बात पर जोर दिया कि हर व्यक्ति कि इसकी अपनी-अपनी परिभाषा होती और इसे केवल एक ही नज़रिये से नहीं देखा जा सकता। उन्होंने रामायण और महाभारत के कुछ उदाहरणों का ज़िक्र करते हुए इन पौराणिक कथाओं और समकालीन व्यावसायिक अनुभवों के बीच समानता पर भी चर्चा की।

ईपीजीपी कार्यक्रम के चौथे बैच में विविध पृष्ठभूमि और भौगोलिक स्थानों से कुल 233 छात्र हैं। आईआईएम रायपुर के प्रबंधन में कार्यकारी स्नातकोत्तर कार्यक्रम (ईपीजीपी) कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को विभिन्न प्रबंधन विषयों में एक ठोस आधार देकर प्रबंधन में एक उन्नत कैरियर के लिए तैयार करना है जो प्रतिस्पर्धा के इस युग में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक हैं। आईआईएम रायपुर, अपने शीर्ष स्तर के फ़ैकल्टी सदस्यों, आधुनिक पाठ्यक्रम और विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ, सामाजिक रूप से जागरूक बिजनेस लीडर्स को विकसित करने और प्रशिक्षित करने के लिए पूरे देश में जाना जाता है।

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सेल ने वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में 4339 करोड़ रुपये के समेकित शुद्ध लाभ की घोषणा की

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नई दिल्ली : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने मौजूदा वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2021-22) की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर, 2021) और पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर – 2021) के लिए कंपनी के वित्तीय परिणाम आज घोषित किए। वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही के दौरान सेल के परफ़ार्मेंस की मुख्य विशेषताएं:- कच्चे इस्पात का उत्पादन : 44.68 लाख टन, विक्रेय इस्पात की बिक्री: 42.80 लाख टन, अब तक की सर्वश्रेष्ठ तिमाही एबिटडा (EBITDA), कर-पूर्व लाभ (PBT) और कर-पश्चात लाभ (PAT), कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही के दौरान अपनी उधारी में रु.12,872 करोड़ की कमी है। कंपनी की सकल उधारी 31.03.2021 को रु. 35,350 करोड़ थी, जो 30.09.2021 को घटकर रु. 22,478 करोड़ रह गई। कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए शेयरधारकों को 4 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी है।

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