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बालको के म्यूरल आर्ट प्रशिक्षण से महिलाएं बन रहीं सशक्त

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बालकोनगर, 25 सितंबर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में नए आयाम स्थापित किए हैं। सामुदायिक विकास के अंतर्गत अनेक प्रशिक्षण एवं कौशल उन्नयन कार्यक्रमों और स्व सहायता समूहों के गठन के जरिए बालको ने अपने संयंत्र के आसपास रहने वाली महिलाओं के स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त किया है। बालको संचालित ‘दिशा परियोजना’ के जरिए बालको संयंत्र के समीप स्थित ग्राम दोंदरो की राजकुमारी ने अपने जीवन में रचनात्मकता के नए रंग भरे हैं। परियोजना से लाभान्वित होकर आज वह हर वर्ष लगभग 50 हजार रुपए कमा लेती हैं।

लगभग पांच वर्ष पूर्व बालको ने ग्राम दोंदरो में स्थानीय जन प्रतिनिधियों की मदद से ‘दिशा परियोजना’ के अंतर्गत नारी शक्ति केंद्र की आधारशिला रखी। इसी केंद्र में 20 वर्षीय राजकुमारी ने लगभग 80 अन्य महिलाआंे के साथ दो महीने का प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण के बाद राजकुमारी ने अपने स्वतंत्र व्यवसाय की दिशा में कदम बढ़ाया। हालांकि राजकुमारी के घर का वातावरण ऐसा नहीं था जिसमें वह किसी रचनात्मक व्यवसाय के जरिए अपने पैरों पर खड़ा होने और परिवार की आर्थिक मदद के बारे में सोच सके। ऐसे में बालको के सामुदायिक विकास विभाग की ओर से मिले प्रोत्साहन से राजकुमारी ने एक से बढ़कर एक म्यूरल आर्ट तैयार किए। कलाकृतियों की उत्कृष्टता को देखकर बालको प्रबंधन ने प्रोत्साहन स्वरूप राजकुमारी की कृतियों की खरीद की। इसके साथ ही राजकुमारी की कलाकृतियों के अनेक स्टॉल विभिन्न अवसरों पर लगाए गए जहां कलाप्रेमियों ने उसकी कलाकृतियों को हाथों-हाथ लिया। राजकुमारी का हौसला बढ़ता गया और उसने स्वतंत्र तौर पर कोरबा के विभिन्न मंचों पर अपनी कला का प्रदर्शन किया।

इतना ही नहीं, बालको के प्रोत्साहन से राजकुमारी ने कक्षा 10वीं में छूटी अपनी अधूरी पढ़ाई नारी शक्ति केंद्र की मदद से पूरी की। उसने वर्ष 2017 में पत्राचार के जरिए कक्षा 12वीं उत्तीर्ण की। म्यूरल आर्ट को मिले प्रतिसाद और कला प्रेमियों की हौसला अफजाई को देखते हुए राजकुमारी पूरे गर्व के साथ बताती हैं कि आज वह अपने परिवार की आर्थिक रूप से मदद कर पाने में सक्षम हैं। एक छोटा भाई है जो पुलिस में जाना चाहता है। इस बात की खुशी है कि भाई को आगे बढ़ाने में वह योगदान कर पा रही हैं। बालको के प्रति आभार जताते हुए राजकुमारी कहती हैं कि अपने नाम के अनुरुप ‘नारी शक्ति केंद्र’ उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। महिलाआंे और बच्चों की प्रगति से ही देश सशक्त बन सकता है। राजकुमारी से प्रेरित होकर दूसरी महिलाएं भी इसे अपनी आजीविका के स्रोत के तौर पर विकसित कर रही हैं।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति कहते हैं कि स्वस्थ व खुशहाल नौनिहाल और स्वावलंबी महिलाएं किसी भी देश की सतत प्रगति का आधार हैं। महिला सशक्तिकरण परियोजनाओं ने बालको के पासपास रहने वाली महिलाओं के स्वावलंबन के नए रास्ते तैयार किए हैं। स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने महिलाओं को प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़ने की दिशा में प्रोत्साहित किया है। यह प्रसन्नता की बात है कि महिलाएं सिलाई-कढ़ाई, मशरूम एवं सब्जियों के उत्पादन जैसे कार्यों से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत बन रही हैं। श्री पति ने अपने संदेश में यह भी कहा है कि कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन कर हम स्वयं तथा परिवार को स्वस्थ बनाए रखें। श्री पति विश्वास जताते हैं कि एकजुटता और अनुशासन से देश के लोग जल्दी ही इस चुनौती पर विजय पा लेंगे।

दिशा परियोजना पर एक नजर – कोरबा जिला प्रशासन के सहयोग से संचालित परियोजना का क्रियान्वयन स्वयंसेवी संगठन ‘स्त्रोत’ ने किया है। परियोजना का उद्देश्य ग्राम दोंदरो में स्वास्थ्य और पोषण संबंधी मानकों की मजबूती तथा महिलाआंे, बच्चों, किशोरों और युवाओं को प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए जागरूक बनाना है। परियोजना के अंतर्गत 0 से 6 वर्ष के बच्चों के सर्वांगीण विकास तथा शिक्षा के प्रति महिलाओं और बच्चों को जागरूक बनाने में मदद मिल रही है।

नारी शक्ति केंद्र से लगभग 100 महिलाएं सिलाई का प्रशिक्षण ले चुकी हैं। नौ महिला स्व सहायता समूहों का गठन किया गया है। पढ़ाई छोड़ चुके ग्रामीण बच्चों को पत्राचार पाठ्यक्रम के माध्यम से शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके लिए विद्यार्थियों को निःशुल्क ट्यूशन देने की व्यवस्था की गई है। नारी शक्ति केंद्र में म्यूरल आर्ट, कंप्यूटर, ब्यूटी पार्लर आदि के प्रशिक्षण की सुविधाएं हैं। लाइब्रेरी संचालित है जिसका लाभ जरूरतमंदों को मिलता है। केंद्र में बाल स्वास्थ्य शिविर, किशोरी बालिका प्रशिक्षण, स्वस्थ्य शिशु प्रतियोगिता, मातृत्व बैठक खेलकूद प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाता है।

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नई दिल्ली

स्कोप बिजनेस क्विज बोनान्ज़ा 2024 में एनटीपीसी की जीत।

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नई दिल्ली @ एनटीपीसी ने सार्वजनिक क्षेत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में हाल ही में स्कोप कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित प्रतिष्ठित स्कोप बिजनेस क्विज बोनान्ज़ा (एसबीक्यूबी) में अपनी शानदार जीत की घोषणा की है।एनटीपीसी की टीम जिसमें के एम प्रशांत, जीएम (सीसी) और अंशुमान श्रीवास्तव, डीजीएम (सीपी) शामिल थे, ग्रैंड फिनाले में अन्य प्रतिष्ठित सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों से कड़ी प्रतिस्पर्धा को पार करते हुए विजेता बनकर उभरी।

पुरस्कार अमरेंदु प्रकाश, सीएमडी (सेल),  अतुल सोबती, महानिदेशक, स्कोप, उत्तम लाल, निदेशक (एचआर), एनएचपीसी और स्कोप के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों द्वारा वितरित किए गए। एनटीपीसी के निदेशक (मानव संसाधन) डी के पटेल ने टीम के सदस्यों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। देश भर से विभिन्न महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न सार्वजनिक उपक्रमों की 100 से अधिक टीमों ने क्विज़ में भाग लिया। प्रारंभिक स्क्रीनिंग राउंड और उसके बाद दो सेमीफाइनल राउंड के बाद, ग्रैंड फिनाले में चार टीमें थीं – एनटीपीसी की एक टीम और सेल की तीन टीमें। चार राउंड की क्विज़िंग के बाद एनटीपीसी टीम विजेता बनी।प्रश्नोत्तरी में प्रबंधन अवधारणाओं, वर्तमान व्यावसायिक घटनाओं, ब्रांडों, व्यावसायिक हस्तियों और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के इतिहास और विरासत से संबंधित प्रश्न शामिल थे।

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Bilaspur

अपर सचिव कोयला मंत्रालय एम नागराजू ने की एसईसीएल मेगापरियोजनाओं की समीक्षा, कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद भी जुड़े एसईसीएल दौरे पर

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बिलासपुर @ एसईसीएल प्रवास पर आए अपर सचिव कोयला मंत्रालय एम नागराजू (भा.प्र.से.) ने गेवरा हाउस में एसईसीएल की समीक्षा बैठक ली जिसमें कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद का विशिष्ट आतिथ्य रहा साथ ही सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा भी उपस्थित रहे। बैठक में कोयला खनन एवं डिस्पैच से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। अपर सचिव श्री नागराजू ने एसईसीएल की मेगापरियोजनाओं से एफ़एमसी के जरिये ईको-फ्रेंडली तरीके से डिस्पैच, खदान विस्तार, ज़मीन अधिग्रहण तथा पुनर्स्थापन, कोयला खनन के लिए पर्यावरण-हितैषी सरफेस माइनर, कंटीन्यूअस माइनर, कोल क्रशिंग आदि पर ज़ोर दिया। बैठक के दौरान गेवरा, दीपका एवं कुसमुंडा मेगापरियोजनाओं की टीमों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से वर्ष 24-25 के लिए निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए योजनाओं की जानकारी दी। आगमन पर अपर सचिव एम नागराजू को सुरक्षा टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गर्मी के मौसम को देखते हुए अपर सचिव द्वारा स्थानीय सब्जी विक्रेताओं को वेल्फेयर किट का वितरण भी किया गया एवं पौधरोपण भी किया गया। इससे पहले कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद के एसईसीएल पहुँचने पर सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा द्वारा उनका आत्मीय स्वागत किया गया।

समीक्षा बैठक में एसईसीएल निदेशकगण, मुख्यालय के विभागाध्यक्ष, क्षेत्रीय महाप्रबन्धकगण उपस्थित रहे।  अपर सचिव एवं कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद ने युवा अधिकारियों से किया सीधा संवाद, स्वयं के विकास एवं एक्सपोज़र पर दिया ज़ोर एसईसीएल प्रवास के दौरान आज अपरान्ह अपर सचिव कोयला मंत्रालय भारत सरकार एम नागराजू एवं कोल इंडिया चेयरमैन श्री पीएम प्रसाद ने एसईसीएल के युवा अधिकारियों से गेवरा रीक्रिएशनल क्लब में सीधा संवाद किया। इस दौरान सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा एवं एसईसीएल निदेशकगण भी उपस्थित रहे।  अपने आरंभिक उद्बोधन में अपर सचिव श्री नागराजू ने कहा कि कोयला आज भी हमारे देश में ऊर्जा का एक विश्वसनीय स्रोत बना हुआ है तथा आने वाले समय में राष्ट्र निर्माण आप सभी की अहम भूमिका रहेगी। वहीं कोल इंडिया चेयरमैन श्री प्रसाद ने कहा कि कर्मचारी हित हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। इस अवसर पर अलग-अलग संवर्गों के युवा अधिकारियों ने अपने प्रश्न रखे तथा अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया।  इससे पहले एसईसीएल प्रवास के दूसरे दिन अपर सचिव कोयला मंत्रालय एम नागराजू (भा.प्र.से.) ने तड़के गेवरा मेगा परियोजना का दौरा किया। खदान में उन्होंने डिपार्टमेंटल पैच एवं साइलो जाकर खनन एवं डिस्पैच गतिविधियों की समीक्षा की। वे ईको-फ्रेंडली रिपर पैच भी गए एवं ब्लास्टिंग-रहित ओबीआर के बारे में जानकारी ली।

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नई दिल्ली

इरेडा ने विरासत का उत्सव मनाया: वरिष्ठ दिग्गजों ने उज्जवल भविष्य के लिए अपने विचार साझा किये।

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नई दिल्ली @ भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्‍था लिमिटेड (आईआरईडीए) ने 10 अप्रैल, 2024 को “सार्वजनिक क्षेत्र दिवस” के अवसर पर एक सभा की मेजबानी की। इस अवसर पर संगठन की विरासत का उत्सव मनाने और निरंतर सफलता की ओर आगे बढ़ने के भविष्यगत संकल्प से जुड़े एक प्रारूप को पेश करने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम में संगठन के पूर्ववर्तियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी अपने विचार साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्य प्रबंध निदेशक और निदेशकों सहित अधिकांश सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने संगठन की भविष्य में प्रगति के संदर्भ में अपने समृद्ध और मूल्यवान अनुभवों को साझा करने के लिए उत्साहपूर्ण रूप से भागीदारी की।इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित दिग्गजों ने अपने अनुभवों को साझा करने और इरेडा की आगामी यात्रा को और समृद्ध बनाने के लिए इस महत्वपूर्ण मंच पर अपने मूल्यवान विचार प्रकट किए। पूर्व मुख्य प्रबंध निदेशक और निदेशकों ने इरेडा के तीव्र विकास पथ की सराहना करते हुए व्यावसायिक सफलता को और बढ़ावा देने एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों सहित अपने कार्यबल का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रबंधन के समग्र दृष्टिकोण की भी प्रशंसा की।

आयोजन के महत्व पर अपने विचार रखते हुए, इरेडा के मुख्य प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा कि यह बैठक अत्यधिक महत्व रखती है क्योंकि यह न केवल हमारे वरिष्ठ पूर्ववर्तियों और सेवानिवृत्त सहयोगियों के योगदान का सम्मान करती है बल्कि समावेशिता और सहयोग की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठजनों का अनुभव और उनकी अंतर्दृष्टि अमूल्य संपत्ति है जो अक्षय ऊर्जा विकास के गतिशील परिदृश्य में हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी। प्रदीप कुमार दास ने कहा कि हमारी विकास गाथा केवल संख्या और उपलब्धियों के बारे में ही नहीं है, यह उन लोगों के बारे में भी है जो हमारी सफलता का आधार रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने पूर्ववर्तियों की बुद्धिमत्ता और मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं साथ ही उत्कृष्टता और सहयोग की समान भावना के साथ हम इरेडा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तत्पर हैं।इस विशेष अवसर पर मुख्य आकर्षण के तौर पर एक हास्य कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। हास्य कवि सम्मेलन का उपस्थित जनसमूह ने पूर्ण आनंद उठाया और इससे उत्सव के क्षणों को और भी उत्कृष्ट और विनोदपूर्ण बनाया गया। कवि सम्मेलन में सुश्री मनीषा शुक्ला, चिराग जैन और सुंदर कटारिया की कविताओं के माध्यम से दिए गए गहन संदेशों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित यह शानदार कार्यक्रम अपने कार्यबल के बीच समुदाय और निरंतरता की भावना को बढ़ावा देने की इरेडा की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। एक व्यक्ति मंच पर कुर्सियों पर बैठे लोगों के साथ बोल रहा है, विवरण स्वचालित रूप से उत्पन्न होता है इस कार्यक्रम में वित्त निदेशक डॉ. बिजय कुमार मोहंती, स्वतंत्र निदेशक राम निशाल निषाद, मुख्य सतर्कता अधिकारी अजय कुमार साहनी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। शाखा कार्यालयों में कार्यरत इरेडा के अन्य अधिकारियों ने भी वर्चुअल मोड में इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी की।

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